गाजियाबाद के मोदीनगर में तैनात एक लेखपाल ₹5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। पीड़ित परवेज ने जमीन दर्ज कराने के नाम पर लेखपाल पर लाखों की घूस मांगने का आरोप लगाया था। यह लेखपाल पिछले 2 वर्षों से पीड़ित पर दबाव बना रहा था और पहले भी कई बार पैसे ले चुका था, लेकिन फिर भी जमीन का ट्रांसफर नहीं

किया गया। एंटी करप्शन टीम ने शिकायत पर जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया। अब इस मामले में मोदीनगर थाने में केस दर्ज हो चुका है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार की इस पोल से प्रशासन की सख्ती दिखाई दे रही है।