यूपी के गाज़ियाबाद के सिरोली गांव से आई ये तस्वीरें समाज के लिए आईना हैं — और एक बड़ा सवाल भी: क्या अब पहचान के आधार पर इंसान की जगह तय होगी? वीडियो में कुछ असामाजिक तत्वों को गरीब मुस्लिम सब्जीवालों और फेरीवालों से उनका नाम पूछते और फिर उन्हें धमकाते और गांव से भगाते देखा जा सकता है। पहले तो मुसलमानों के गांव में प्रवेश पर अलिखित पाबंदी की बात की गई, और फिर खुलकर कानून हाथ में लिया गया। लोगों का कहना है — “यह वही मानसिकता है जो आतंक

फैलाती है, चाहे वो सिरोली हो या पहलगाम।” अब सवाल है — क्या प्रशासन सो रहा है? इन अलगाववादियों पर UAPA जैसी सख्त धाराएं क्यों नहीं लगाई जा रहीं? गुंडे भागे नहीं, बस रूप बदलकर लौट आए हैं।