
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब देश दुख और गुस्से में है, तब केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल के एक बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। मंत्री ने हमले की ज़िम्मेदारी अप्रत्यक्ष रूप से जनता पर डाल दी, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। लोग पूछ रहे हैं — क्या अब देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आम आदमी की है? जब खुफिया तंत्र और सुरक्षाबलों की नाकामी सामने है, तब जनता को दोष देना थेथरई नहीं तो और क्या है? सोशल मीडिया पर जनता सवाल कर रही है कि सरकार जवाबदेही से भाग क्यों रही है? क्या नेताओं को संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी की समझ नहीं रह गई? इस पूरे बयान ने एक बार फिर सत्ता और जवाबदेही के रिश्ते पर बहस को हवा दे दी है।