पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जामुड़िया थाना में ज्ञापन सौंपा गया। लगभग छब्बीस हजार शिक्षक एवं शिक्षा कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।पश्चिम बंगाल सरकार कि शिक्षा व्यवस्था पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार के दलदल में फंसीं है। पहले कलकत्ता हाईकोर्ट उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षकों कि भर्ती में व्यापक घोटाले का निर्णय सुनाया है जिसके परिणामस्वरूप योग्य शिक्षकों एवं शिक्षा कर्मियों की नौकरी को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। पश्चिम बंगाल कि सरकार इसके लिए पूर्ण रूप से कसूरवार और गुनहगार है। जामुड़िया ब्लाक 1 और 2 के अध्यक्ष क्रमशः परितोष बाउरी और भक्ति पदो चक्रवर्ती ने ये बातें कही। जामुड़िया कांग्रेस संगठन ने एक जुलुस के रूप में जामुड़िया बस अड्डा से जामुड़िया थाना में जाकर एक ज्ञापन सौंपा।

जामुड़िया थाना के प्रभारी से कांग्रेस संगठन ने ये अपील कि है की पश्चिम बंगाल कि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अविलंब थाना स्तर पर शांति कमेटी कि सभा कि जाएं। जिसे जामुड़िया थाना प्रभारी ने सहर्ष स्वीकार किया और ये आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द शांति कमेटी कि सभा बुलाई जाएगी। पश्चिम वर्धमान जिला युवा कांग्रेस के महासचिव कुंदन शर्मा एवं फिरोज खान ने कहा कि कलकत्ता डी. आई कार्यालय के सामने नौकरी खोने वाले शिक्षकों के अनशन स्थल पर पुलिस कि बर्बर कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी धिक्कार जताती है। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विश्वनाथ यादव, कांग्रेस नेता सेख इरशाद मांझी, मिथुन हरिजन, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद बशीर, कौशिक बाध्यकर एवं अन्य उपस्थित थे। सभा संचालन वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शांति गोपाल साधु ने की।