आगरा में इस वक्त माहौल काफी गर्माया हुआ है — क्योंकि 12 अप्रैल को राणा सांगा की जयंती के अवसर पर करणी सेना ने एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। करणी सेना का दावा है कि इस कार्यक्रम में 3 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे, और हर हाथ में होगा एक झंडा और एक डंडा।वहीं पुलिस भी अलर्ट पर है — 1000 नए

डंडे और 1200 हेलमेट्स मंगवाए गए हैं, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।अब सबसे बड़ा सवाल — 👉 क्या यह शक्ति प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से पूरा होगा, या फिर पुलिस को लाठी के बदले लाठी उठानी पड़ेगी? 👉 और करणी सेना का यह “एक झंडा–एक डंडा” संदेश — संस्कृति की रक्षा है या चुनौती व्यवस्था के लिए?