मामला है मुर्गाबनी गांव, गोविंदपुर धनबाद का, जहां एक बार फिर से एक गर्भवती महिला की जान चली गई है। नसीमा खातून के परिवार वाले डेलिवरी के लिए गोविंदपुर स्थित लक्षमी नर्सिंग होम में नसीमा खातून को भर्ती करवाए थे और डॉ अजंना कुमारी के द्वारा ईलाज किया जा रहा था। मगर डेलिवरी के दौरान अस्पताल प्रशासन के द्वारा ईलाज करने में बहुत लापरवाही की गई जिसके कारण

नसीमा खातून की जान चली गई, परिवार वालों का कहना है कि इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने करीब 5 लाख से अधिक रूपए भी ले लिये है।