उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मे मौनी अमावस्या के दौरान हुए शाही स्नान में भगदड़ मचने से एक दर्दनाक हादसा हो गया। इस घटना में 30 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिला अंतर्गत जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के केंदा बाउरी पाड़ा निवासी बिनोद रूईदास (42) भी शामिल हैं। शुक्रवार सुबह मृतक का पार्थिव शरीर केंदा पुलिस फाड़ी पहुंची। इस उपरांत इलाके मे मातम पसर गया।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महाकुंभ मे शाही स्नान के दौरान भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। इस अफरातफरी में कई लोग कुचले गए। मौके पर मौजूद प्रशासन तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गया, लेकिन 30 लोगों की जान बचाई नहीं जा सकी। सूत्रों के अनुसार, मृतक बिनोद रूईदास का शव पंचनामा के बाद जामुड़िया के केंदा पुलिस फाड़ी लाया गया है। खबर लिखें जाने तक वहां

कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इस घटना को लेकर उनके परिवार में मातम का माहौल है। मृतक बिनोद रूईदास के परिजनों ने इस हादसे को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ। स्थानीय प्रशासन पर भीड़ नियंत्रण को लेकर सवाल उठ रहे हैं। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधन की खामियों को लेकर अब गंभीर चर्चा शुरू हो गई है। वही इस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है और हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए आगे और सख्त इंतजाम किए जाएंगे।