2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती पूजा की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में भी मां सरस्वती की पूजा होती है। इसको लेकर मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। कोई मूर्ति का ढांचा बनाने में व्यस्त है तो कोई बने हुए ढांचे में मिट्टी से आकृति को अंतिम रूप दे रहा है। देवघर जिले के देवीपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भगवानपुर स्थित काली मंदिर के प्रांगण में मूर्तिकार किस्टु सिंह बड़ी संख्या में मां सरस्वती की मूर्ति बनाते नजर आ रहे हैं।

मूर्तिकारों द्वारा खूबसूरत मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है। मूर्तिकारों को पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इस वर्ष नए-नए डिजाइन की मूर्ति बना रहे हैं। इन मूर्तियों में मां हंस, कमल शंख, चक्र, रथ, वीणा, पुस्तक आदि पर विराजमान है। मूर्ति का निर्माण कर रहे वालो ने बताया कि यह उनका पुश्तैनी कारोबार है उनके पिता भी मूर्ति बनाने का कार्य करते थे।बात की मूर्ति की बुकिंग एक महीने पहले से ही शुरू हो गयी है। पिछले साल की तुलना में इस साल मूर्ति की बुकिंग काफी ज्यादा है। जिसमें मां का रूप भव्य लग रहा है। इसको लेकर शिक्षण संस्थानों समेत बाजार, गांव की गली, मोहल्ले में भी पूजन उत्सव की तैयारी चरम पर है।