
जी हां यह कहना दिलीप तूरी का जो कि हरिपद तूरी के बेटे हैं रहते हैं गोबिंद पुर के कथूरिया ग्राम के और पेशे से एक मजदूर है वो भी निजी क्षेत्र में। जनाब को प्रेम हो गया था आम टाल के एक युवती से तब ये कहा करते थे कि जानू तेरे लिए जान दे दूंगा लेकिन अब जब तिलकोत्सव हो गई,शादी के कार्ड छप गए तो इन्हें लड़की का अफेयर किसी और से चलता नजर आ रहा है और शादी से साफ मुकर गए आखिर लड़की पर क्या बीत रही होगी और लड़की के मां पिता पर के गुजर रही है इससे दिलीप तूरी को क्या मतलब फिलहाल मामला धनबाद के महिला थाना पहुंच चुकी है देखना होगा क्या होगा आगे। प्रस्तुत है सहयोगी संदीप दत्ता के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से।