मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने उचित जगह पर अंत्येष्टि और स्मारक की मांग की थी. जब अंतिम संस्कार के लिए सरकार ने निगम बोध घाट को चुना तो कांग्रेस हमलावर हो गई. सिद्धू ने अटल बिहारी वाजपेयी से जोड़ते हुए हमला बोला तो बीजेपी ने मनमोहन सिंह की मौत पर राजनीति का आरोप लगाया. कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम को चिट्ठी लिखी. सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार स्मारक के लिए जमीन आवंटन करेगी. कांग्रेस के साथ अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल, अखिलेश यादव और आप नेता संजय सिंह ने सरकार पर मनमोहन सिंह के अपमान का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार को घेरा राहुल गांधी ने X पर पोस्ट किया कि भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार आज

निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है. एक दशक के लिए वह भारत के प्रधानमंत्री रहे, उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्गों का सहारा हैं. आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का आदर करते हुए उनके अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों में किए गए ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे पाए. डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं. बीजेपी ने भी कांग्रेस पर किया पलटवार राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी ने भी जमकर पलटवार किया है. अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हमला बोलते हुए कहा कि घटिया राजनीति से बाज आए कांग्रेस और पीएम मोदी से किसी का सम्मान करना सीखे. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर कांग्रेस बनाम बीजेपी की जंग तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के साथ ही दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर जमकर वार कर रहे हैं.