आसनसोल शिल्पांचल के रानीगंज में दुर्गा पूजा के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन विशेष धूमधाम से किया जाता है, लेकिन 16आना दुर्गा पूजा की अपनी एक खास पहचान है। हर साल की तरह इस साल भी 16आना दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन एक भव्य शोभायात्रा के साथ किया गया। यह पूजा रानीगंज की ऐतिहासिक और पारंपरिक सार्वजनिक पूजाओं में से एक मानी जाती है, जहाँ मां दुर्गा की प्रतिमा 16 दिनों तक पूजा के बाद विसर्जित की जाती है। इस वर्ष भी विसर्जन शोभायात्रा ने रानीगंज की सड़कों पर जनसैलाब खींचा। भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था, जब पारंपरिक बाजे-गाजे, ढोल-नगाड़ों की धुन और नृत्य के साथ मां दुर्गा की बारात निकाली गई। शोभायात्रा में शामिल सैकड़ों श्रद्धालुओं ने माँ दुर्गा को विदाई दी। शोभायात्रा की शुरुआत सुबह की आरती और पूजा के बाद हुई, जिसमें भक्तों ने माँ दुर्गा की आराधना करते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी। विभिन्न सांस्कृतिक झांकियों और नृत्य समूहों के बीच इस साल की यात्रा में विशेष आकर्षण लेडीज लाइटिंग क्लब बैंड, लेडीज डांडिया डांस, आदिवासी नृत्य, शिव-नृत्य, और बाउल संगीतकारों की झांकियां रहीं।
विसर्जन शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन ने पूरे मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रखी, जबकि नगर निगम ने साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा। शोभायात्रा के दौरान रंग-बिरंगी रोशनी और विशेष प्रभावों के साथ शिव और पार्वती, राम-सीता, बजरंग बली, और आदिवासी नृत्य के पात्रों ने माहौल को और जीवंत कर दिया। कमेटी के अध्यक्ष तोपन चक्रवर्ती ने कहा कि यह पूजा 128 वर्षों से चली आ रही है और हर साल की तरह इस साल भी यह आयोजन अद्वितीय रहा। उन्होंने बताया कि लक्ष्मी पूजा के बाद, पारंपरिक प्रथा के अनुसार मां दुर्गा का विसर्जन बुधवार रात किया गया, जिसे देखने के लिए सड़कों के किनारे भारी संख्या में लोग मौजूद थे। मां के विसर्जन के दौरान भव्य बारात पूरे शहर में परिक्रमा करते हुए आधी रात तक चलती रही, और इस ऐतिहासिक यात्रा को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आए थे। इस बारात में महिलाओं ने धूप लेकर नृत्य किया और श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की विदाई के अंतिम क्षणों को भावपूर्ण ढंग से देखा। शोभायात्रा का अंत रात करीब 2 बजे विसर्जन स्थल पर हुआ, जहाँ माँ दुर्गा की प्रतिमा को विधिपूर्वक विदा किया गया। पुलिस और प्रशासन की निगरानी में इस विशाल आयोजन को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। आयोजकों और क्लब सदस्यों ने इस बार भी पूरी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस मौके पर रानीगंज बोरो चेयरमैन मुज्जमिल साहज़ादा ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।