झारखंड में नेतृत्व परिवर्तन की सुगुबुगाहट तेज हो गई है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर बुधवार को होने वाली सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
हेमंत सोरेन के जमानत पर जेल से छूटने के बाद उनके नेतृत्व में हो रही यह पहली औपचारिक बैठक है। इस कारण भी इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने का निर्णय लिया जा सकता है।