राज्यसभा में मनोनीत सदस्य सुधा मूर्ति ने मांग की है कि कोरोना काल में जिस तरह से टीकाकरण अभियान चलाया गया, उसी तर्ज पर महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाना चाहिए। आधी आबादी में इस बीमारी के मामले बहुत ही तेजी से बढ़ रहे हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर उच्च सदन में हो रही चर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे बचाव के लिए किशोरावस्था में इसके टीके लगाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। महिलाएं परिवार का केंद्र होती हैं
उन्होंने कहा कि हमारी सामाजिक व्यवस्था ऐसी है जिसमें महिलाएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पातीं। जब वे अस्पताल पहुंचती हैं तो उनमें सर्वाइकल कैंसर तीसरे या चौथे स्टेज पर होता है। उन्हें बचाना मुश्किल हो जाता है। उनके पिता कहते थे कि महिलाएं परिवार का केंद्र होती हैं। महिला के निधन के बाद पति को तो दूसरी पत्नी मिल जाती है, लेकिन बच्चों को दूसरी मां नहीं मिलती। उन्होंने पर्यटन का जिक्र करते हुए कहा कि लोग अजंता, एलोरा, ताजमहल देखने जाते हैं। लेकिन देश में 42 धरोहर स्थल हैं, जिनका न तो अधिक प्रचार-प्रसार किया गया है और न ही इसके बारे में लोगों को जानकारी है। यह हमारा देश है। हमें इसकी संस्कृति की जानकारी होनी चाहिए।