बारिश में देरी होने के कारण किसान अभी तक खेत में नहीं उतरे हैं. जबकि कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि जो किसान धान की सीधी बुवाई करते हैं उन्हें 30 जून से पहले धान की बुवाई कर देनी चाहिए. पर पिछले कुछ सालों से ऐसा देखा जा रहा है कि 30 जन तक किसान खेत की तैयारी तक नहीं कर पाते हैं.
अभिषेक आनंद ने कहा कि जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा है डी एस आर (DSR) विधि से धान की बुवाई कर सकते हैं. पर जिस तरीके से लगाता दो साल से मॉनसून की स्थिति रही है इस बार किसानों के पास सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों को अब इसके मुताबिक धान रोपाई के pattern में बदलाव करने हो गे