कैमूर में नगर परिषद् ने आम जनता को शौचालय की सुविधा देने के लिए बड़ी संख्या में शौचालयों का निर्माण कराया था। लेकिन अब इन शौचालय की हालत बद से भी बत्तर है यानी की बहुत ही खराब व देनीय स्थिति है। दरवाजे टूटे हैं, दीवार क्षतिग्रस्त है शौचालयों के बाहर व अंदर फैली गंदगी के कारण लोग इसका प्रयोग करना तो दूर उनके पास भी जाने से कतराते हैं। शौचालयों की बदहाल स्थिति कहीं न कहीं स्वच्छता सर्वेक्षण के मामले में अगर बात करें तो शहर के नंबर काटने का भी काम कर रही है।
लाखों खर्च कर शहर में बनाए गए शौचालय अनुपयोगी हो गए हैं। बात करें भभुआ जिला मुख्यालय स्थित नगर परिषद की दूरी की तो यहां भी शौचालय का हाल काफी बुरा है लगभग 2 साल पहले बने हुए शौचालय की स्थिति यह है कि ना उसमें ढंग से पानी की व्यवस्था और ना ही साफ सफाई देखने को मिलती है शहर के मुख्य शौचालय जैसे सदर अस्पताल, एकता चौक ,पटेल चौक ,रणविजय चौक और राजेंद्र सरोवर के शौचालय की स्थिति भी काफी खराब है जिसमें शौचालय मूलभूत स्वच्छता व सुविधायो से कोसों दुर है। अब देखना यह होगा कि क्या आने वाले बरसात के मौसमों में नगर गंदगी से जूझता रहेगा या फिर शौचालय सही व स्वच्छ होंगे यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।