सिखों के छठे श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज का 430वा प्रकाश पर्व मनाया गया। आज दिनांक 22 जून 2024 को सिंदरी गुरुद्वारा साहिब में सिखों के छठे गुरु धन धन श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज का 430वा प्रकाश पर्व मनाया गया। संगत ने गुरु साहिब के सामने मत्था टेका। सबद कीर्तन किया गया उसके उपरांत अरदास हुई और गुरु का लंगर जिसमे मिस्सी रोटी, लस्सी, आचार और गंडा (प्याज) वरताया गया। माना जाता है की जब गुरु अर्जन देव जी को बहुत समय तक संतान की प्राप्ति नहीं हुई, तो उन्होंने अपनी पत्नी माता गंगा जी को बाबा बुड्ढा जी से आशीर्वाद लेकर आने को कहा। माता गंगा जी तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाकर अपने सेवकों के साथ सवारी में बैठकर बाबा जी के पास पहुंची। उन्हे आता हुआ देख बाबा बुड्ढा जी ने कहा कि मैं तो गुरुओं का दास हूं,आशीर्वाद देने की क्षमता तो स्वयं गुरु जी में ही है।
यह सुनकर माता जी निराश होकर खाली हाथ वापस लौट गई। जब गुरु अर्जन देव जी को यह पता लगा, तो उन्होंने माता गंगा जी को समझाया तो अगली बार गुरुपत्नी मिस्सी रोटी, प्याज और लस्सी लेकर नंगे पांव गयीं, तो बाबा बुड्ढा जी ने हर्षित होकर भरपूर आशीष दी, जिसके प्रताप से हरगोविन्द जी जैसा तेजस्वी बालक उनके घर में जन्मा। तब से बाबा बुड्ढा जी के जन्मदिवस पर उनके जन्मग्राम कथू नंगल(पंजाब) में बने गुरुद्वारे में मिस्सी रोटी, प्याज और लस्सी का लंगर ही वितरित किया जाता है। संगत में जोगिंदर सिंह जगदेव सिंह कुलबीर सिंह गुरचरण सिंह पदम गुरचरण सिंह कुलबीर सिंह हरेंद्र सिंह बलबीर सिंह राजा तगड़ लख जीत सिंह जगदेव सिंह सुरेंद्र पाल सिंह जसपाल कौर हरभजन कौर हरजीत कौर रुपिंदर कौर रीटा कौर हरजीत कौर सरबजीत कौर बेबी कौर गुरप्रीत कौर प्रीति कौर देवेंद्र कौर कुलवंत कौर हरजीत कौर रूपिंदर कौर सामिल हुए।