आज जनपद पंचायत धनोरा के ग्राम पंचायत पिपरिया नाइ में ऑडिटर दल के द्वारा ग्राम सभा की बैठक में बताया गया कि मनरेगा के तहत 4000000 (चालीस लाख रुपए) का काम कराया गया है जिसमें हमें ग्राम पंचायत पिपरिया के पूर्व सचिव और रोजगार सहायक के द्वारा कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए नाही संपूर्ण कार्य के बिल वाउचर उपलब्ध कराए गए हैं… हमें ₹100000(एक लाख रुपए) मनरेगा हाजिरी और ₹800000(आठ लाख रुपए) मटेरियल पर खर्च होना बताया गया है बाकी की राशि का कोई भी विवरण नहीं दिया गया है यहां तक की जो कार्य कराए गए हैं उन पर कोई नोटिस बोर्ड भी नहीं लगाया गया है जिससे यह पता चल सके कि इस कार्य में स्वीकृत राशि क्या थी और किस वर्ष में निर्माण कार्य कराया गया है जो निर्माण कार्य कराए गए हैं वह कार्य अधूरे हैं और कागजों में पूरा बता कर पैसों का आहरण कर लिया गया है जिस तरह ऑडिटर दल ने आज ग्राम सभा मैं निरीक्षण किया, कार्यों की जानकारी ग्राम सभा में पेश की और जो जानकारी बताई उसे साफ साफ-साफ भ्रष्टाचार की पोल खुलते दिखाई देती है।
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