बिहार की सत्ता में जगह बनाने के बाद अब कांग्रेस की निगाह दिल्ली की सत्ता पर टिकी हुई है. ऐसे में पार्टी अपनी पूरी ताकत से केंद्र सरकार का विरोध कर रही है. दिल्ली में कॉंग्रेस के आह्वान पर “हल्ला बोल” रैली में देशभर से आये हजारों कार्यक्रताओं का रविवार को रामलीला मैदान में जमवाड़ा लगा. देश के सभी राज्यों से आये कांग्रेस कार्यकर्ताओं, विधायक और मंत्रियों तक ने इसमें हिस्सा लिया. महंगाई और बेरोजगारी पर हल्ला बोल रैली का मुख्य मकसद भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करना था. रैली में अपने दल-बल के साथ बक्सर सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी भी पहुँचे. मैदान में पहुँचने पर विधायक पहले से बनाये गए अपने मंच पर जा बैठे और महंगाई और बेरोजगारी का विरोध जूते-पॉलिश कर करने लगे । बिहार बक्सर के विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी को बूट-पॉलिश करते देख युवा कार्यकर्ता भी जोश से भर गए और उनके साथ बैठ बूट-पॉलिश करने लगे। विधायक मुन्ना तिवारी के इस विरोध को देखने के बाद जब मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल दागा तो उन्होंने कहा कि बूट-पॉलिश मोदी सरकार द्वारा बेतहाशा महंगाई का विरोध है, यह विरोध बेरोजगारी का है. देश के युवाओं के पास रोजगार नही है तो वे क्या करेंगे बूट-पॉलिश ही करनी पड़ेगी न. उन्होंने कहा कि 2014 में जिस महंगाई के नाम पर मोदी सरकार सत्ता में काबिज हुई थी आज उसी मोदी सरकार ने महंगाई का ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जिसे कभी भुलाया नही जा सकता. हल्ला बोल कार्यक्रम मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का एलान है ताकि त्रस्त जनता को कांग्रेस के राज में सुकून और चैन मिल सके. विधायक के साथ प्रमोद ओझा, कामेश्वर पांडेय, मनोज पांडेय, संतोष पांडेय, भरत ओझा, देवनन्द, बिट्टू चौबे, हरेराम तिवारी सहित कई लोग रैली में शामिल हुए । बताते चलें कि भाजपा शासन में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त जनता की बेचैनी पर कांग्रेस ने देश भर के अपने कार्यकर्ताओं को देश की राजधानी नई दिल्ली में “हल्ला बोल” रैली के जरिये रामलीला मैदान में आमंत्रित किया था. इस विशाल हल्ला बोल में देश भर से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं के पहुंचने का सिलसिला तीन – चार दिन पूर्व से जारी था. राजधानी में लगभग सभी इलाकों में होटलों में कमरे बुक होने के कारण पर्यटकों को कमरे नहीं मिल पा रहे हैं ।
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