बिहार के आरा में रविवार को अनोखी शव यात्रा निकली गई। इस अंतिम संस्कार में शामिल लोग मातम मनाने के बजाय जश्न मनाते हुए दिखाई दिए।डीजे की धुन पर नाचते परिवार वाले रंग-गुलाल उड़ाते दिखे। रास्ते से गुजरने वाले लोग भी अचंभित होकर काफी देर तक इस नजारे को देखते हुए नजर आए। दरअसल, पूरा मामला रविवार दोपहर कृष्णगढ़ ओपी क्षेत्र के महुली गंगा घाट जाने वाले रास्ते के बीच का है।मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बारा बसंतपुर गांव के रहने वाले सिद्धेश्वर पंडित का 108 वर्ष की उम्र में रविवार को मौत हो गई।इसको बाद उनके शव को परिजन और रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए महुली गंगा घाट ले गए। शव यात्रा में डीजे की धुन पर नाचते दिखें परिजन इस दौरान इस शव यात्रा में डीजे पर भोजपुरी के होली गीत बज रहा था।उसकी धुन पर मृतक के परिजन और रिश्तेदार एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाते हुए जमकर डांस कर रहे थे।इसके ठीक पीछे रंग बिरंगी बैलून से एक ट्रैक्टर को सजाया गया था और उसपर शव को रखकर शव यात्रा निकाली जा रही थी।