बढ़े वायु प्रदूषण ने एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर की सांसों को फूला दिया है। वायु गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में पहुंच गई है। शुक्रवार को कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पांच सौ से भी अधिक दर्ज किया गया है। इसके साथ ही इन हवाओं में नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर की मात्रा भी पाई गई है, जो सिर्फ उद्योग और वाहनों से जलने वाले ईंधन से पैदा होता है। जिसके चलते आंखों में जलन और लोगों को सांस लेने में दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। खासबात यह है कि यह सारी स्थिति तब है जब इस खतरे को लेकर केंद्र पहले ही राज्यों को सतर्क कर चुका था। साथ ही उन्हें ऐसे सभी स्त्रोतों को पहचान कर उन्हें तत्काल नष्ट करने के भी निर्देश दिए थे। बावजूद इसके स्थिति गंभीर हो गई है।