अब औरंगाबाद जिला के गांव की गलियों को भी शहर की भांति साफ-सुथरा रखने के लिए बिहार में नगर निकायों के तर्ज पर पंचायतों में भी सफाईकर्मी बहाल किए जा रहे है। ऐसी ही बहाली औरंगाबाद के रफीगंज प्रखंड में पौथु थाना के लट्टा पंचायत में भी होनी है। इसके अलावा पंचायत के सरकारी स्कूलों में रात्रि प्रहरी और रसोईयों की भी बहाली होनी है। इसी बहाली की रविवार को पंचायत के अचुकी गांव में चौपाल पर चर्चा हो रही थी। लोग अपने-अपने पसंद के कैंडिडेट और परिवार के सदस्य को बहाल करा देने की चर्चा कर रहे थे। इसी चर्चा के दौरान दो पक्ष अपने-अपने कैंडिडेट को बहाल करा देने की बात पर भिड़ गए। बात बहस से शुरू हुई और अंततः गांव का चौपाल जंग का मैदान बन गया। दोनों पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले। इस दौरान एक पक्ष ने पिस्टल से फायरिंग भी झोंक दी। सात-आठ राउंड की फायरिंग में गोली लगने से एक महिला व एक बालक समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में घायलों को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया रेफर कर दिया। घायलों में अचुकी निवासी प्रमोद शर्मा के दो पुत्र नीतीश कुमार(22) वअंकित कुमार (25), निर्मला देवी(48) एवं सार्थक कुमार (5) शामिल है। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाए जाने के बाद लोगो की भारी भीड़ जमा हो गई। घटना को लेकर हर कोई आश्चर्य जता रहा था। लोगो का कहना था कि पसंदीदा कैंडिडेट को बहाल कराने के नाम पर हिंसा का ऐसा मामला वें अपने जीवन में पहली बार देख रहे है। औरंगाबाद के एसडीपीओ अमानुल्ला खां ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की पौथु थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही मामले की जांच और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए उन्होने एक विशेष जांच दल भी गठित किया है। हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है।
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