झरिया राजग्राउंड के रहने वाले 20 वर्षीय युवक जगन कुमार रवानी अपने में सो रहा था। इसी दौरान रविवार की रात करीब 12 बजे जहरीला सांप ने काट लिया। जिससे उसकी नींद अचानक से खुल गई। उसने अपनी मां और भाई सुमित कुमार को सांप काटने की बात बताई। जिसके बाद परिजनों द्वारा आननफानन में उसे धनबाद के एसएनएमसीएच ले गया। परिजनों के अनुसार उस वक्त जगन पूरे होश में था लेकिन घंटों तक उसका उपचार शुरू नही हो सका जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद उसे परिजनों द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने समुचित इलाज व्यवस्था न होने की बात कह हाथ खड़े कर दिए। साथ ही डॉक्टरों ने कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है इसका इलाज नही हो सकता। हालांकि जतन रवानी के परिजनों ने उसे मृत मानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने उसे जादू टोना और झाड़ फूक के लिए तांत्रिक पास ले गए लेकिन जब युवक के शरीर मे कोई हलचल नही हुई तो थक हार कर परिजनों द्वारा उसे बिहार के अरवल ले गए। वही जगन रवानी के परिजनों ने एसएनएमसीएच के डॉक्टरों पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि जगन सही सलामत था बात चीत भी कर रहा था लेकिन एसएनएमसीएच के डॉक्टरों के कारण उसकी स्थित बिगड़ती चली गई। ऐसे डॉक्टरों पर कार्रवाई की होनी चाहिए है ताकि भविष्य में यह घटना दुबारा न हो सके। वही इस पूरे घटनाक्रम से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
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