रविवार रात बुडापेस्ट में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतकर नीरज चोपड़ा ने भारतीयों को गौरवान्वित होने का एक और मौका दिया है। चंद्रयान 3 की कामयाबी, फिडे शतरंज विश्व कप में उपविजेता रहे आर प्रज्ञानंदा की सफलता के बाद नीरज के विश्व चैम्पियन बनने के साथ भारत के लिए बीता सप्ताह ऐतिहासिक रहा। हरियाणा के एक गांव से भारतीय खेलों के सबसे बड़े सितारों में नाम दर्ज कराने तक का नीरज चोपड़ा का सफ़र इतना गौरवमयी रहा है कि वह हर कदम पर एक नई विजय गाथा लिखते चले जा रहे हैं। नीरज ने अपना वजन कम करने के लिए खेलना शुरू किया था। उन्होंने भाला फेंकने में हाथ आजमाने की सोची और बाकी इतिहास है, जिसे शायद स्कूल की किताबों में बच्चे भविष्य में पढेंगे।