बाराबनी में भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप दे का भाजपा कार्यकर्त्ताओं एवं समर्थकों ने विरोध किया.इस दौरान भाजपा कार्यकर्त्ताओं एवं समर्थकों ने जिलाध्यक्ष पर अपना जमकर भड़ास निकाली और उनके सामने हंगामा मचाया। मौके पर हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं ने कहा कि पंचायत चुनाव मतदान के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला नेतृत्व को फोन किया लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। जब अशांति चल रही थी तो उन्हें बार-बार बुलाने के बावजूद कोई सहयोग नहीं मिला। आज जिला अध्यक्ष को देखते ही बाराबनी क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक विरोध में उतर आये. 21 जुलाई को बीजेपी ने बीडीओ कार्यालय घेरने की योजना बनाई है. वहीं कार्यक्रम से पहले बीजेपी जिला अध्यक्ष दिलीप डे दोमोहानी इलाके में अपने कार्यकर्ताओं समर्थकों से बात करने पहुंचे. लेकिन जब दिलीप डे उनके सामने थे तो बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थक हंगामे पर उतर आये. उन्होंने मांग की कि जब मतदान के दौरान अशांति हुई, तो भाजपा कार्यकर्ताओं को पोलिंग एजेंट के रूप में बूथ पर बैठने की अनुमति नहीं दी गई, उनके साथ मारपीट की गई, जिला नेतृत्व को बार-बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया। और इसीलिए उन्होंने विरोध किया। इस पर तृणमूल कांग्रेस जिलाध्यक्ष सह पांडवेश्वर के विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती ने चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा के नेता कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों के साथ नहीं है। तभी तो भाजपा के लोग तृणमूल कांग्रेस में आने के लिए लाइन लगाये हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा अब एक ऐसी पार्टी के रूप में तब्दील हो चुकी है, जिसके शीर्ष नेतृत्व के साथ जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं का संबंध पूरी तरह से छिन्न हो गया है। उन्होंने कहा के भाजपा के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं का अपने शीर्ष नेतृत्व से मोहभंग हो गया है।इसलिए वह टीएमसी में आने के लिए लाइन लगाकर खड़े हैं। उन्होंने भाजपा शीर्ष नेतृत्व को सलाह देते हुए कहा कि अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ संबंध बनाए रखें तभी संगठन मजबूत होगा। हालांकि, जब भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप डे से इस मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह पता लगाना जरूरी होगा कि क्या प्रदर्शनकारी भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता थे।
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