कतरास। बाघमारा प्रखंड के अंगरपथरा ओपी अंतर्गत -अंगरपथरा फुटबॉल ग्राउंड के समीप मां अंबे आउटसोर्सिंग में खुलेआम हो रही है अवैध कोयला की कटाई व ढुलाई। इस मामले में हमारे द्वारा कई बार हमारे सक्रिय व्हाट्सएप ग्रुप पर खबर चलाने पर भी स्थानीय प्रशासन मौन,नहीं होती कोई कारवाही, बल्कि ओपी प्रभारी से इस संबंध में पूछा गया तो बिना सुने फोन काट देते है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार , मां अंबे आउटसोर्सिंग के समीप कोयले के शातिर खिलाड़ी अपना खुद का अवैध खदान चला रहे हैं, जिसमें दर्जनों की संख्या में मजदूरों को खदान के अंदर कोयला कटिंग करने के लिए भेजा जाता है और कोयले को बोरे मे भर कर खदान के उपर उठवा कर इक्ट्ठा किया जाता है। इक्ट्ठा किए कोयले को रात के अंधेर में ट्रकों में लोड कर जीटी रोड के रास्ते बाहर भेजा जाता है। सीआईएसफ इसे रोकने में लगातार नाकाम साबित होती जा रही है,ड्रोन कैमरे तो उड़ाई जाती है, मगर वहां तक नहीं पहुंच पाते जहां अवैध कोयला का उत्खनन लगा हुआ है, कोयला चोरों द्वारा पिकअप में भर भर कर मजूद्र मंगवाए जाते है और उनसे ही ये काम करवाते है। दिन और रात किए जाते है कोयले की कटाई,और फिर रात के अंधेर में अवैध कोयले को पिकअप व ट्रकों से सप्लाई कर दिया जाता है। सूत्र से यह भी पता चला कि कोयले की चोरी कोयला माफिया और स्थानीय प्रशासन दोनो के साठगांठ से हो रही है। सब कुछ इन्ही के कृपा से ही तो संभव है तभी तो बाघमारा प्रखंड में अवैध कोयला का काला कारोबार खूब फल–फूल रहा है। इन दिनों बाघमारा प्रखंड में कोयला के साथ साथ हर वो अवैध काम होता है जो को झारखंड में अस्थाई रूप से प्रतिबंध है फिर भी प्रशासन इस पर करवाई नही कर रहा है। जबकि एसएसपी मोहदय की सख्त निर्देश है की किसी भी तरह की अवैध कारोबर को चलने नही देंगे। इस संबंध में अंगारपत्रा ओपी प्रभारी से फोन के मध्यम से पूछने पर उन्होने अवैध कोयले खदान के बारे में सुनते ही कॉल को काट दिया, दुबारा कॉल करने पर कॉल नहीं उठाया इससे साफ झलकता है की स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से हो रही है ये कोयले का काला खेल।
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