सनातन का अर्थ है। जो शाश्वत हो। सदा के लिए सत्य हो। जिन बातों का शाश्वत महत्त्व हो। वही सनातन कही गई है। संत सर्वज्ञ एवं सर्वशक्तिमान होते हैं। जिन्होंने प्रचंड साधना कर, ईश्वर से एकरूपता साध्य कर ली है। उन्हें संत कहते हैं। ऐसे ही सोशल मीडिया पर बागेश्वर धाम बालाजी सरकार छाए हुए हैं। जो आज देश के युवा और चर्चित संतो में से एक हैं। कुछ दिव्य शक्तियों की भी बात, उनके साथ जोड़कर की जाती है। निश्चित तौर पर भारत, जिस तरह का देश है। यहां संतो के अद्भुत स्वरूप और उनके वांग्मय (eloquent) की चर्चा निश्चित रूप से होती है। जो मध्य प्रदेश से संबंध रखते हैं। छतरपुर के समीप बागेश्वर धाम है। जिससे वे जुड़े हैं। बहुत ही कम समय में, उनकी चर्चा न सिर्फ देश में, बल्कि विदेश में भी होती है। धीरेंद्र जी का जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर के पास स्थित, गड़ागंज ग्राम में हुआ था। इनका पूरा परिवार आज भी, उसी गड़ागंज में रहता है। जहां पर प्राचीन बागेश्वर धाम का मंदिर स्थित है। इनका पैतृक घर भी यहीं पर है। छतरपुर जिले से मात्र 30 किलोमीटर दूर गंज के पास, गड़ा गांव में श्री बागेश्वर धाम स्थित है। यहां पर लगभग 300 वर्ष पुराना हनुमान जी का मंदिर है। यहां की महिमा यह है। कि जो भी श्रद्धालु सच्ची भक्ति-भावना से अपनी समस्याओं को लेकर आता है। श्री राम जी की कृपा से, हनुमान जी उसकी सभी मनोकामना को पूरा करते हैं। उनके सारे कष्ट को हर लेते हैं। इस मंदिर के पुजारी व प्रमुख श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को हनुमान जी की विशेष कृपा और सिद्धियां प्राप्त है। इस दरबार में आने वाला कोई भी व्यक्ति खाली हाथ और निराश होकर नहीं जाता। यहां पर अपने देश ही नहीं, अपितु विदेशों से भी श्रद्धालु समस्याओं को लेकर आते हैं। जहाँ उनकी हर समस्या का समाधान शत-प्रतिशत होता है। लोगों द्वारा यह भी ज्ञात हुआ है कि यहां पर हनुमान जी की अदालत लगती है। जहां पर हनुमान जी जज बनकर लोगों की पेशी लगाते हैं। उनका हर संभव इलाज किया जाता है। यहां पर कैंसर जैसी बीमारियों के साथ, भूत प्रेत व ऊपरी बाधाओं के मरीजों के ठीक होने का दावा किया जाता है। बागेश्वर धाम की खासियत यह है कि यहां पर श्रद्धालुओं को अर्जी लगानी होती है उनकी अर्जी स्वीकार होने पर बागेश्वर सरकार अर्थात धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी बिना उनसे बात किए उनकी समस्याओं को धाम के पर्चे पर उल्लेखित कर देते हैं इसके पश्चात उस व्यक्ति से, उसकी समस्याओं की जानकारी ली जाती है। उसके द्वारा बताई गई। सभी समस्याएं पहले से ही पर्चे पर शत-प्रतिशत अंकित होती है। इस बात की पड़ताल बड़े-बड़े मीडिया चैनल व धर्म को न मानने वालों ने की। लेकिन अंत में उन्हें भी बागेश्वर धाम में होने वाले, चमत्कारों के आगे नतमस्तक होना पड़ा। बागेश्वर धाम में होने वाले चमत्कारों को लेकर, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है। कि उस दिव्य आत्मा से जुड़ने के लिए, ध्यान विधि योग का प्रयोग करते हैं। जिसे त्राटक भी कहा जाता है। साथ ही उन पर गुरु कृपा भी है। जिसके कारण उनके मन में एक ऊर्जा का संचार व अनुभव हो जाता है। जिसके माध्यम से वह सामने वाले व्यक्ति, यहां तक की उनसे हजारों किलोमीटर दूर बैठे व्यक्ति की। समस्याओं को भी जान लेते हैं। जिसमें उस व्यक्ति की समस्याओं के अतिरिक्त पारिवारिक जानकारी, उसका नाम व पता। सभी कुछ पहले ही बता दिया जाता है। साथ ही उसका उपचार भी हो जाता है।
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