बिहार में एक बार फिर कोरोना का बढ़ता ग्राफ लोगो को डरा रहा है। हालाकि औरंगाबाद शहर में 4 दिन पहले कोविड संक्रमित एक मरीज मिला थी जो इलाज कराकर वापस घर लौट गई है। मगर बढ़ते कोरोना को देखते हुए औरंगाबाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में काम कर रहा है। सदर अस्पताल में कोरोना को लेकर मॉकड्रील किया जा रहा है। मॉकड्रील सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार व मैनेजर हेमंत राजन के नेतृत्व में की जा रही है। इस दौरान ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू व नशा मुक्ति केन्द्र में बने कोरोना वार्ड का जायजा लिया गया। वहीं ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन की सप्लाई बेड तक निर्वाध रूप से हो रही है या नहीं, इसकी भी जानकारी ली गई। बताते चलें कि कोरोना मरीजों के लिए नशा मुक्ति केन्द्र में 6 बेड रिजर्व रखा गया है। उक्त सभी बेड तक पाईपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई भी होती है। मॉकड्रील के दौरान ऑक्सीजन प्लांट के टेक्निशियन राहुल कुमार भी मौजूद रहे। अस्पताल प्रबंधक ने लोगों से कोविड टीका लगवाने की अपील की जा है। वहीं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में काम कर रहा है। सदर अस्पताल में कोरोना को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। कोरोना मरीजों के लिए 6 बेड रिजर्व रखा गया है। जहां पाईपालाइन के माध्यम से ऑक्सीजन सप्लाई हो रही है। साथ ही 60 से 65 ऑक्सीजन सिलेंडर भी हैं। जो जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसके साथ-साथ हर बेड के पास ऑक्सीजन कंसटेटर रखा गया है। इसके साथ-साथ उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट है। एक की क्षमता 200 एमपीएल है। जबकि दूसरा का क्षमता 1000 एमपीएल है।
Posted inBihar