तीसरा थाना अंतर्गत चांद कुइयां संक्रामक अस्पताल में नगर निगम की ओर से चल रहे आवारा कुत्तों की बंध्याकरण कैम्प में बीते शाम 20 से 25 लोगो की टोली ने हमला करते हुए जमकर उत्पात मचाया। इस क्रम में न सिर्फ कैम्प में तोड़फोड़ किया और मोबाइल छीन लिए बल्कि वहाँ के कर्मियों को बेरहमी से पीटा गया। घटना में बिट्टू कुमार नामक एक कर्मी के माथे में इतनी गंभीर चोट लगी है कि उसे रांची रेफर किया गया। इससे डरकर वहाँ के सभी कर्मी कैम्प छोड़कर भाग गए। इस संबंध में आज तीसरा थाना जीतन महतो उर्फ जीतू, साधु महतो , राज कुमार रजवार व गुणधर रजवार सहित के अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। घटना के सम्बंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार चाँद कुइयां में बंद पड़े संक्रामक अस्पताल में द डॉग केअर ऑफ एनिमल सोसाइटी द्वारा नगर निगम के साथ करार के तहत आवारा कुत्तों का बंध्याकरण शिविर चलाया जा रहा है। बताते है कि कल शाम करीब साढ़े सात से आठ बजे के बीच अस्पताल कैम्प्स में जीतन महतो अपने बच्चा को ले आया जिसे कुत्ते ने काट लिया था और इलाज करने की मांग करने लगा। इसपर जब वहाँ के कर्मियों ने कहा कि यहाँ सिर्फ कुत्तों का इलाज होता है तब आरोपित सभी ने हंगामा करना शुरू किया। बताते है कि नशे में धुत्त आरोपितों ने करीब सौ साल पुरानी अस्पताल की जमीन को अपना बताकर पहले गालीगलौच किया फिर कैंप के लोगो को लाठी-डंडों से दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। इस क्रम में कर्मियों से मोबाइल, चार्जर सहित अन्य सामान छीनने के साथ-साथ पूरे अस्पताल कैम्प्स में तोड़फोड़ कर तहस-नहस कर दिया।

इस घटना से कर्मियों ने जान बचाकर भागते हुए किसी तरह पुलिस को सूचना दी। बताते है कि पुलिस आने पर वे लोग चले तो गए लेकिन पुलिस के जाने के बाद वे फिर से आ धमके और कर्मियों के साथ पुनः मारपीट करने लगा। इस हालत में सभी कर्मी वहाँ से भागकर तीसरा थाने में शरण ली। लेकिन वहाँ से भी उन्हें भगा दिया गया। इस घटना में बिट्टू कुमार के अलावा अनीश कुमार, सुजीत कुमार, गौतम कुमार व राहुल कुमार को भी गंभीर चोट पहुंची है। सभी का इलाज सदर अस्पताल में किया गया। इधर घटना के बाद आज दोपहर कैम्प कर्मी लौटे और तीसरा थाने में प्राथमिकी दर्ज किया। जिसमें कांड संख्या 31/25 में बीएनएस की धारा 109, 115(2), 117(2), 121(2), 122(2), 126(2), 303(2), 351(2), 352 व 3(5) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस आरोपितों की धड़पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है। इधर कल शाम की घटना के बाद कैम्प में ऑपेरशन के लिए लाए गए करीब चालीस कुत्ते रात से ही बिना खाना और पानी के तड़पते रहे। आज दोपहर पशु चिकित्सक डॉ धीरज कुमार पहुंचकर कर्मियों को वापस बुलाया और कुत्तों को भोजन और पानी दिया गया। कैम्प कर्मियों के अनुसार अस्पताल कैम्प्स में प्रतिदिन शाम होते ही नशेड़ियों का जमावड़ा लगता है। मना करने पर बुरे अंजाम की धमकी देता है। कर्मियों का कहना है कि इस तरह बिना सुरक्षा व्यवस्था के काम करना मुश्किल है। प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट झरिया से।