इटावा से एक बेहद संवेदनशील मामला सामने आया है, जहां देश के लिए शहीद हुए जवान सूरज सिंह यादव के पार्थिव शरीर को प्रशासन की लापरवाही के कारण रातभर एंबुलेंस में रखना पड़ा। चकरनगर तहसील के प्रेमकपुरा गांव निवासी सूरज सिंह की शहादत एक सड़क हादसे में हुई थी, जब वे ड्यूटी पर तैनात थे। लेकिन शहादत के बाद जिला अस्पताल और पोस्टमार्टम हाउस का फ्रीजर खराब निकला, जिससे शव को सुरक्षित रखने की व्यवस्था नहीं हो सकी।

इस अमानवीय व्यवहार पर परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मौके पर जमकर हंगामा हुआ। स्थानीय नेताओं ने भी इस लापरवाही की कड़ी निंदा की है और कहा कि देश के सपूत के अंतिम सम्मान में इस तरह की असंवेदनशीलता बेहद शर्मनाक है। अब सवाल उठ रहा है – शहीदों के साथ ऐसा व्यवहार कब तक?