राजस्थान की धरती पर जैसे उत्सव का माहौल बन गया। लोग सड़कों पर उतर आए, हाथों में तिरंगा और आंखों में गर्व — हर ओर गूंजने लगे नारे: “हिंदुस्तान ज़िंदाबाद!”

“भारत माता की जय!” आतिशबाज़ी की रोशनी में साफ़ दिख रहा था — ये सिर्फ़ जीत नहीं, ये हर भारतीय का जवाब था उस दर्द को, जो बैसरन में हुआ था।