वन विभाग रेंजर की गाड़ी मे मुंडेश्वरी दर्शन-पूजन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी टकराई मारपीट यूपी के पुलिस दंपति घायल यूपी पुलिस में कार्यरत दंपति पुलिस कांस्टेबल बिहार के कैमूर जिला के पुलिस प्रशासन से न्याय की लगाई है गुहार, इस मामले में कैमूर DFO चंचल प्रकाशम ने दूरभाष पर बताया कि मामले की जांच की जा रही है जो दोषी होगा नियमानुकूल कार्रवाई की जाएगी एंकर—: रविवार की शाम भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत वनसत्ती देवी घाटी के जिलेबिया मोड़ के पास अधौरा पूर्वी क्षेत्र के रेंजर आनंद साहित दर्शन पूजन के लिए मुंडेश्वरी धाम आ रहे श्रद्धालुओं के बीच मारपीट की घटना हो गई। इस घटना के बाद रेंजर अपने विभाग के अन्य पदाधिकारियों व कर्मियों को लेकर थाने पहुंचे, वहीं श्रद्धालुओं का जत्था भी थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवा यह घटना रविवार को शाम करीब 3:30 बजे की बताई जा रही है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि उक्त श्रद्धालुओं का एक जत्था दो स्कॉर्पियो वाहन से माता मुंडेश्वरी धाम दर्शन पूजन के लिए आ रहा था, वहीं ऑथर ऑफ़ पूर्वी क्षेत्र के रेंजर साहिल आनंद अपने वन विभाग सिपाहियों के साथ अधौरा पहाड़ी की चढ़ाई चढ़ रहे थे। तभी जिलेबिया मोड़ कि तरफ से श्रद्धालु का एक स्कॉर्पियो वाहन का बाहरी हिस्सा रेंजर के वाहन से टकरा गया। बस यहीं से बात बढ़ गई और घटना मारपीट तक पहुंच गई। खास बात यह है कि श्रद्धालुओं का जो जत्था माता मुंडेश्वरी धाम दर्शन पूजन के लिए जा रहा था, उसमें एक दंपति यूपी पुलिस की कांस्टेबल भी हैं। जिनके साथ भी रेंजर के वन कर्मियों द्वारा मारपीट की गई है। इस घटना की सूचना पर दोनों पक्षों के अलावा आम जनों की भीड़ भी इकट्ठा हुई थी। वन कर्मियों द्वारा मारपीट में घायल उत्तर प्रदेश मे कार्यरत पुलिस कांस्टेबल प्रिया पटेल के साथ कॉफी मारपीट हुई है। उन्हों ने बताया कि हम सभी उत्तर प्रदेश प्रांत के सोनभद्र जनपद के खलियारी गांव के निवासी हैं, मैं वाराणसी के एक थाने में हेड कांस्टेबल हूं, जबकि मेरे पति अखिलानंद पटेल भी वाराणसी के हीं लंका थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। हम सभी दो स्कार्पियो वाहनों के माध्यम से अपने गांव से चलकर माता मुंडेश्वरी धाम दर्शन पूजन के लिए

चले आ रहे थें, तभी हमारी एक वाहन सामने से चले आ रहे रेंजर शाहिद आनंद के वाहन से मामूली रूप से टकरा गया। जिससे उसपर सवार रेंजर व उनके दो अन्य वनकर्मी वाहन से उतरकर हमारे पति व देवर के साथ मारपीट करने लगे, जब मैं बीच बचाव में बोलना शुरू की तो उन लोगों ने मेरे साथ भी मारपीट करना शुरू कर दिया। यहां तक कि मूझे डंडे से भी मारा गया। जबकि मेरे पति एवं देवर को पूरी तरह पीटा गया। उत्तर प्रदेश की महिला कांस्टेबल ने बताया कि मेरे द्वारा वन विभाग के पुलिस कर्मियों से बार-बार यह कहा जाता रहा की हम दोनों यूपी पुलिस के कर्मी हैं, बावजूद इसके वनकर्मी हमारी एक सुनने को तैयार नहीं थें। इस दौरान रेंजर साहिल आनंद के नेतृत्व में वन कर्मियों ने हम सभी श्रद्धालुओं को करीब डेढ़ घंटे तक जिलेबिया मोड़ वाले घाटी में हीं रोक कर रखा था। श्रद्धालु सह कांस्टेबल दंपति ने बताया कि हम सभी को उक्त घाटी में रोक कर हमें ज्यादा मारने पीटने के लिए रेंजर द्वारा अन्य वनकर्मियों को भी फोन के माध्यम से बुलाया जा रहा था। फिर हम किसी तरह से थाने पहुंचकर उचित कार्रवाई के लिए बिहार के कैमूर पुलिस से गुहार लगा रहे हैं, इस दौरान महिला श्रद्धालु (हेड कांस्टेबल) प्रिया पटेल ने अपने हाथ पर लगे चोट के निशान को भी दिखाए, उनका कहना था कि मेरे हाथ पैर वनकर्मियों द्वारा डंडे से मारकर घायल कर दिया गया है। स्थिति यह है कि हम सभी को वन कर्मियों द्वारा मार पीट भी किए गए हैं. और माता मुंडेश्वरी के दर्शन पूजन से भी वंचित रह गए। इधर थाने में पहुंचे अधौरा पूर्वी क्षेत्र वनों के क्षेत्र पदाधिकारी साहिल आनंद के गार्डन में भी खरोंचने जैसे चोट के निशान देखे गए, साथ हीं उनका शर्ट भी फटा देखा गया। जिससे यह जाहिर होता है कि इस घटना में उनके साथ भी मारपीट हुई है। वनों के क्षेत्र पदाधिकारी साहिल आनंद से पूछने पर उन्होंने श्रद्धालुओं को हीं इस घटना का दोषी बताया, उन्होंने बताया कि जब हम अपने कर्मियों के साथ अधौरा पहाड़ी चढ़ रहे थें, तब श्रद्धालुओं द्वारा अपने वाहन से मेरे वाहन में टक्कर मारा गया, जिसको लेकर पूछताछ करने पर मेरे तथा मेरे कर्मियों के साथ भी मारपीट की गई। खबर लिखे जाने तक दोनों हीं पक्ष द्वारा थाने में आवेदन देकर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी। अधौरा पूर्वी क्षेत्र के रेंजर साहिल आनंद के पक्ष में भभुआ रेंजर मनोज कुमार, अधौरा पश्चिमी क्षेत्र के रेंजर मंटू पासवान व फॉरेस्टर विनीत कुमार समेत कई अन्य वनकर्मी थाने में पहुंचे थें। इस संबंध में पूछने पर भगवानपुर थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार द्वारा बताया गया कि दोनों पक्षों से आवेदन प्राप्त होने के बाद मामले का जांच कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। साथ हीं इस मामले की बारीकी से जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।