
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के भाई पर गरीबों की जमीन हड़पने के गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला उस वक्त सामने आया जब पीड़ित महिलाएं कैमरे के सामने आईं और अपनी व्यथा सुनाई। महिलाओं का कहना है कि दबंगई के बल पर उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है, और जब वे विरोध करती हैं, तो उन्हें धमकाया जाता है। एक महिला ने कहा, “हम गरीब हैं, लेकिन क्या हमें जीने का हक भी नहीं?” स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन भी मौन है, क्योंकि मामला राजनीतिक रसूखदारों से जुड़ा है। इस पूरे मामले पर अब राजनीतिक हलकों में भी हलचल है, और लोग पूछ रहे हैं — “क्या सत्ता के नाम पर अन्याय जायज़ हो गया?”