राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस के अवसर पर सूचना भवन सभागार में जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त मनीष कुमार, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, उपाध्यक्ष, जिला परिषद, परियोजना निदेशक आईटीडीए, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला क्रीड़ा पदाधिकारी के द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में पंचायतों की भूमिका क्या होना चाहिए, इसे लेकर पंचायत राज दिवस मनाया जाता है। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा गांवों के विकास में योगदान दिया जा रहा है, जो महत्वपूर्ण है। जितनी भी योजनाएं चल रही हैं चाहे वे मनरेगा की योजना हो, अबुआ आवास, स्वच्छ भारत मिशन हो या कोई और कार्यक्रम, सबके स्वरूप में परिवर्तन आया है एवं लाभुकों के चयन से लेकर योजना के क्रियान्वयन तक हर जगह पंचायत के चयनित प्रतिनिधियों की भूमिका बड़ी है। उपायुक्त ने कहा कि पाकुड़ जिले के ग्राम पंचायत विकास के विविध मानकों पर आगे बढ़ रही है।

सभी ग्राम पंचायतों को पंचायत उन्नति सूचकांक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हेतु आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। उप विकास आयुक्त ने कहा कि उपायुक्त का प्रतिदिन का मेहनत जिले में बेहतर बदलाव ला रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में भी अब जिले में प्रगति हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा खराब पड़े चापानल एवं जलमीनार का मरम्मती किया जा रहा है। जल संचयन का बड़ा मुद्दा है इसपर हम सभी को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने कहा कि केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय की ओर से पहली बार जारी की गई पंचायत उन्नति सूचकांक में पाकुड़ जिले के पाकुड़िया प्रखंड के राजपोखर ग्राम पंचायत ने राज्य भर में तीसरे अन्य दो ग्राम पंचायत पाकुड़िया एवं पलियादाहा ने टॉप 25 में अपनी जगह बनाई है। यह मूल्यांकन नौ प्रमुख थीम गरीबी मुक्त और बेहतर आजीविका, स्वस्थ्य पंचायत, बाल हितैषी पंचायत, जल पर्याप्त पंचायत, स्वच्छ एवं हरित पंचायत, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा , सामाजिक न्याय, सुशासन और महिला हितैषी पंचायतों के आधार पर किया गया है।