हजारीबाग, झारखंड — केंद्र सरकार की अनुमति से मुंबई की नाबार्ड कंपनी द्वारा झारखंड में महिला सशक्तिकरण और रोजगार सृजन की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया गया है। कंपनी के एक एनजीओ के माध्यम से हजारीबाग जिले के सिंदूर और बड़ासी पंचायतों में स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इस पहल के तहत पंचायत की मुखिया सरोज देवी और उनके प्रतिनिधि कृष्ण कुमार की उपस्थिति में ग्रामीण महिलाओं को रेडीमेड साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट निर्माण, बकरी पालन, गुपचुप ठेला जैसे लघु व्यवसायों से जोड़ने के लिए 30,000 रुपये तक का लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। यह योजना विशेष रूप से गरीब परिवारों की महिलाओं के लिए शुरू की गई है

जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही, महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण देकर सिलाई मशीनें भी लोन के माध्यम से दी जाएंगी। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से भी जागरूक करने का कार्य करेगा। इस अवसर पर नाबार्ड कंपनी के कर्मचारी, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रहीं।