
आगरा में करणी सेना की ‘रक्त स्वाभिमान रैली’ को लेकर माहौल गरमाता जा रहा है। जहां एक ओर प्रशासन शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है, वहीं सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो और बयान वायरल हो रहे हैं, जो माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना सकते हैं।” “इन वीडियो में कुछ लोग समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन और उनके परिजनों को चुनौती देते दिखाई दे रहे हैं। भाषाई मर्यादाएं लांघी जा रही हैं, और खुलेआम टकराव की बातें कही जा रही हैं।” “बाबर सुमन के नाम को लेकर भड़काऊ वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्हें और उनके परिवार को खुली चुनौती दी गई है।” “हालांकि, अभी तक प्रशासन की ओर से इस वीडियो पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पुलिस पूरे मामले की निगरानी कर रही है।” “ऐसे में सवाल उठता है – क्या इस तरह के बयान और चुनौती भरे वीडियो लोकतंत्र और सामाजिक सद्भावना के अनुरूप हैं?