रेल नगरी गोमो इन दिनों आस्था, श्रद्धा और भक्ति के रंग में सराबोर है। श्रीराम जन्मोत्सव के छठे दिन छठीहारी महोत्सव को यहाँ पूरे उल्लास और धार्मिक भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व न केवल एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह लोक संस्कृति, सामाजिक एकता और आस्था का प्रतीक भी बन चुका है। गोमो के सिकलाईन, जीतपुर, हटिया टांड़ और अन्य कई क्षेत्रों में श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ इस पर्व में भाग ले रहे हैं। मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है — रंग-बिरंगी लाइटें, फूलों की सजावट और भगवा ध्वजों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। हर ओर राम नाम की गूंज और भक्ति की लहर बह रही है। इस अवसर पर जंगल कोठी स्थित हनुमान मंदिर जो आकर्षण का केंद्र बिंदु बना हुआ है। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यहां उमड़ पड़ी है, और विधिवत पूजन-अर्चन के साथ हनुमान जी के

चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित किए जा रहे हैं। भक्ति के इस पावन माहौल में महिलाओं द्वारा पारंपरिक भजन, सोहर और भक्ति गीतों की प्रस्तुति ने संपूर्ण वातावरण को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया है। ढोलक, मंजीरे और झाल की ताल पर गाए जा रहे भजन लोगों को प्रभु के प्रति और भी अधिक भाव-विभोर कर रहे हैं। पूजन के उपरांत श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद का भव्य आयोजन किया गया। हजारो की संख्या में उपस्थित भक्तों ने श्रद्धा के साथ महाप्रसाद ग्रहण किया। छठीहारी महोत्सव न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह लोगों को आध्यात्मिकता से जोड़ने और समाज में सद्भाव फैलाने का अवसर भी है। गोमो इस समय सचमुच राममय हो चुका है — हर गली, हर चौक और हर मंदिर भक्ति की रोशनी से जगमगा रहा है।