पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत कमलघाटी पंचायत के दोहरी पहाड़ गांव में पहाड़िया समुदाय के लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। गांव में विगत तीन वर्षों से जलमीनार खराब पड़ा है, जिसके कारण ग्रामीणों को झरने का गंदा पानी पीना पड़ रहा है। गांव के उप मुखिया मदन पहाड़िया ने बताया कि इस गंभीर समस्या की जानकारी प्रशासन को कई बार दी गई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। ग्रामीणों की शिकायत है कि जलमीनार लंबे समय से खराब पड़ा है, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। जब इस मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) संजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि छोटे स्तर

पर चापाकलों की मरम्मत की जा रही है। साथ ही, उन्होंने कहा कि जलमीनार पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) के अंतर्गत आता है, और कार्यपालक अभियंता से संपर्क कर जल्द ही इसे दुरुस्त कराया जाएगा। बीडीओ ने आगे बताया कि लिट्टीपाड़ा एक पहाड़ी क्षेत्र है, जहां स्वच्छ पेयजल का स्रोत मिलना कठिन होता है। ऐसी स्थिति में, जरूरत पड़ने पर पानी के टैंकर से ग्रामीणों को जल आपूर्ति की जाएगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जलमीनार को ठीक कराकर गांव में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें झरने के गंदे पानी पर निर्भर न रहना पड़े।