उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से सामने आया एक अजीबोगरीब मामला… जहां एक मां ने अपनी ही बेटियों को तीन साल पहले एक किन्नर को सौंप दिया था – और अब, उन्हें वापस लेने पहुंची थाने।बालामऊ की किन्नर चुलबुली गुरुमाया ने थाने में वीडियो बनाकर बेटियों को मां पूजा तिवारी को सौंप दिया। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि वीडियो के दौरान थाने में एक भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आया।वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और सवाल उठे कि आखिर थाने में पुलिसकर्मी कहां थे? क्या सुरक्षा और

निगरानी को ताक पर रख दिया गया था?पुलिस ने सफाई दी कि संतरी की लापरवाही के चलते यह घटना हुई। अब इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है।मामला जितना हैरान करने वाला है, उतना ही सोचने पर मजबूर करने वाला भी। क्या गरीबी में लिए गए फैसलों का बोझ बच्चे उठाएं? और क्या थानों में इस तरह की घटनाएं बगैर निगरानी के होनी चाहिए?