यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। महिला के साथ हुई छेड़खानी की घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। महिलाओं को सुरक्षित महसूस करना उनका अधिकार है, और जब उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ता है, तो यह समाज के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन जाता है। आजमगढ़ में हुई यह घटना यह दर्शाती है कि अपराधी कितने बेखौफ हो सकते हैं, और यह भी संकेत देती है कि कानून और व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। पुलिस का कर्तव्य है कि वह ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार करके महिलाओं को सुरक्षा का अहसास दिलाए। इस तरह की घटनाओं के खिलाफ समाज को

जागरूक करना और लोगों को दोषियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करना बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही, यह भी आवश्यक है कि समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं के प्रति सख्त दंडात्मक कार्रवाइयां हों, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। वीडियो का वायरल होना और लोगों का इसके खिलाफ एकजुट होना महत्वपूर्ण है, ताकि आरोपी को पकड़ा जा सके और न्याय मिल सके। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हर स्तर पर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है, ताकि समाज में सुरक्षित माहौल बने और ऐसी घटनाओं का अंत हो।