बोकारो से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है, बोकारो की विधायक श्वेता सिंह को देर रात धरना स्थल से हिरासत में ले लिया गया है। करीब 30 घंटे से बंद पड़े बोकारो स्टील प्लांट के मुख्य गेट को आखिरकार खोल दिया गया है, जिससे कर्मचारियों और अधिकारियों को बड़ी राहत मिली है। शुक्रवार की रात, उपायुक्त विजया जाधव के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए विधायक श्वेता सिंह को धरना स्थल से हटाया और हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि धरना के कारण प्लांट का मुख्य गेट पूरी तरह बंद हो गया था, जिससे कर्मचारियों को आवाजाही में भारी दिक्कत हो रही थी। हिरासत में लेने के बाद विधायक श्वेता सिंह को सर्किट हाउस में रखा गया है। प्रशासन के मुताबिक, यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है। वहीं, विधायक श्वेता सिंह के समर्थक इस कार्रवाई को ‘दमनात्मक’ और ‘लोकतंत्र का अपमान’ बता रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम पर राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज हो गई है।

डुमरी विधायक जयराम महतो ने कहा – “यह सिर्फ एक जनप्रतिनिधि को दबाने की कोशिश नहीं है, बल्कि जनता की आवाज़ को कुचलने का प्रयास है। अगर जनता की बात सुनना गुनाह है, तो फिर लोकतंत्र का क्या मतलब?” 🎙 अजसु प्रमुख सुदेश महतो ने भी प्रतिक्रिया दी – “विधायकों की आवाज़ को दबाने की नीति झारखंड में अब आम हो गई है। श्वेता सिंह जनता के मुद्दों को लेकर खड़ी थीं, और उन्हें हिरासत में लेना शर्मनाक है। सरकार को संवाद की पहल करनी चाहिए, न कि सख्ती की।” अब देखना ये होगा कि क्या प्रशासन कोई समाधान निकालता है या राजनीतिक टकराव और तेज़ होता है। फिलहाल, बोकारो स्टील प्लांट का गेट खुल गया है, लेकिन सियासत के बंद दरवाज़ों पर बहस अब भी जारी है।