कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे): स्लग—: भगवान बिरसा मुंडा थे महान योद्धा बिरसा मुंडा की जयंती कैमूर भव्य तरीके से मनाई गई एंकर—:आदिवासी बिहार शाखा कैमूर भभुआ के तत्वधान में शहर के राजेंद्र सरोवर स्थित द इंटरनेशनल स्कूल में आदिवासी महापंचायत ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई. जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सत्येंद्र गोंड ने की. मुख्य अतिथि जगजीवन नायक ने कहा कि जल जंगल जमीन को बचाने के लिए जिस तरह भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लिया और जेल तक जाना पड़ा उसी तरह हमें अधिकार पाने के लिए संघर्ष करना होगा कार्यक्रम को गोंड समाज के वरिष्ठ नेता अंबिका गोंड, रमेश नायक, देवेंद्र गोंड, ददन सिंह, शंभू पटेल, अनिल तिवारी, लक्ष्मण पासवान, रामेश्वर सिंह, चंद्र प्रकाश आर्य, धर्मेंद्र धुर्वा, प्रहलाद प्रसाद गोंड, मौजूद रहे वही आदिवासी महापंचायत के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र प्रसाद गोंड ने कहा कि 875 को इनका जन्म हुआ था वही जब से चार-पांच साल के थे तभी से स्कूल पठन-पाठन के लिए इनका जाना आना चालू हो गया था इनकी पढ़ाई में काफी रूचि थी वहीं इनकी पढ़ाई को देखते हुए गांव व समाज के लोग इनके प्रति काफी आकर्षित होने लगे थे वही जब इन्होंने युवा अवस्था में प्रवेश किया तो अंग्रेजो के खिलाफ बिगुल फूंक दिए और वही युवाओं का टोली बनाकर जंगल, जमीन, पूर्वजों के विरासत को बचाने के लिए अंग्रेजों से लोहा ले ठानी वही अंग्रेजों ने महिलाओं के साथ अपनी टोली बनाकर महिलाओं पर अत्याचार खूब बरपा रहे थे भारत के युवा समाज और सभी लोग सिलेंडर बोल कर मेरे सरणों में शरणागत हो जाए लेकिन फिर भी वही बिरसा मुंडा अपने युवाओं के साथ सिलेंडर नहीं बोले तो अंग्रेजों ने उन्हें जेल के हवालात में डाल दिया.