बाघमारा में मंगलवार को वो हुआ, जो अब तक सिर्फ नाराजगी और गुस्से में दबी चिंगारी थी—ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया, और देखते ही देखते अंचल कार्यालय के बाहर विरोध की ज्वाला भड़क उठी! ग्राम स्वराज अभियान के ग़ुस्साए खतियानधारियों ने अंचलाधिकारी का पुतला फूंक दिया और खुलकर प्रशासन का विरोध किया ग्रामीणों का कहना है कि महीनों से वे अपने लंबित मामलों को लेकर अंचल कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, “प्रक्रिया चल रही है”—यह वही बहाना है, जो महीनों से पीड़ितों को सुनाया जा रहा है , लेकिन हकीकत यह है कि यह प्रक्रिया सिर्फ उन लोगों के लिए “चल” रही है,

जो मोटी रकम देने को तैयार हैं। “जो पैसे देता है, उसका काम चुटकियों में हो जाता है, और जो नहीं देता, वो धक्के खाने को मजबूर है!” आक्रोशित ग्रामीणों ने न केवल पुतला जलाया, बल्कि प्रशासन को खुल कर विरोध भी किया