प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत प्रमंडल स्तरीय पीएमएफ़एमई महोत्सव का उद्घाटन समारोह आज मंगलवार 18 मार्च को स्थानीय कर्जन ग्राउंड में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में माननीय मंत्री उद्योग,श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग, झारखण्ड सरकार श्री संजय प्रसाद यादव शामिल हुए। आज के इस प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में 14 जिलों के पीएमएफ़एमई के अंतर्गत 80 विभिन्न प्रकार के वित्त पोषित इकाइयों ने अपनी उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में माननीय मंत्री ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए इस कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा इस योजना का उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में असंगठित रूप से कार्य कर रहे छोटे उद्यमियों को बढ़ावा देना और इस क्षेत्र में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का निर्माण हो सके।(पीएमएफ़एमई) की मदद से, सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को वित्तीय,तकनीकी और व्यावसायिक सहायता दी जाती है। यह योजना खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को विकसित करने,उनका विस्तार करने और उनका उन्नयन करने में मदद करती है। सरकार सरकार की योजना तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक इन योजनाओं की जानकारी आम जनों तक ना हो। उन्होंने उपस्थित लोगों विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से कहा कि वें आगे आएं,खुद का रोजगार शुरू करें। यह अच्छा अवसर है,यहां छोटे-छोटे उद्योग करने वाले इच्छुक लोगों को वित्तीय सहायता मिलेगी। झारखंड सरकार की योजना है कि युवा मुख्य धारा में आए और स्वरोजगार को अपनाए। झारखंड के लोग मेहनती हैं और मेहनत के बल पर अपना भाग्य बदल सकते हैं। हम पीछे क्यों रहे हम किसी से कम नहीं। उद्योग निदेशक श्री सुशांत गौरव ने भी इस योजना के बारे में आमजनों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म में खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के प्रमंडल स्तरीय पीएमएफएमई महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उपस्थित हुए तथा आम जनों को संबोधित किया उन्होंने कहा ग्रामीण स्तर पर कई स्वयं सहायता समूहों ने अच्छे काम के बदौलत अपनी एक पहचान

बनाई है। सरकार छोटे-छोटे लघु उद्योगों को बढ़ावा दे रही है,जहां कुटीर उद्योगों को लघु उद्योग में परिवर्तित कर पैकेजिंग और मार्केटिंग कर अपने उत्पादों को उचित मूल्य पर बेच कर आय में वृद्धि की जा सकती है। हर उत्पादों के वैल्यू एडिशन पर उन उत्पादों को अच्छे बाजार के साथ-साथ उचित मूल्य भी मिल सकता है। किसी भी उद्योग के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है,जिसके लिए इस योजना का भरपूर लाभ लिया जा सकता है। उद्योग विभाग इसमें अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने भी आमजनों को संबोधित करते हुए इस योजना का लाभ लेने की अपील की उपयुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने आज के प्रमंडल स्तरीय पीएमएफएमई महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुई तथा इस कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम से सतत जागरूकता एवं सभी उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा अवसर है। आज इस कार्यक्रम में 80 से अधिक इस योजना से लाभान्वित हुए वित्त पोषित इकाइयों ने स्टॉल के माध्यम से विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट की प्रदर्शनी लगाई गई है, जो निश्चय ही आर्थिक उत्थान के तरफ बढ़ते कदम का परिचायक है। उन्होंने सभी आगंतुकों से इस योजना का भरपूर लाभ उठाने तथा अपने उत्पादों को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए नित नए अवसर तथा उनमें नया कलेवर डाल कर उचित मूल्य व बड़े बाजार को तलाशने को लेकर प्रयत्नशील रहने की बात कही। इस योजना की खास बातें: इस योजना के तहत, प्रोजेक्ट लागत के 35% पर क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी का लाभ मिलता है। अधिकतम सब्सिडी 10 लाख रुपये प्रति उद्यम तक हो सकती है। लाभार्थी का योगदान न्यूनतम 10% होना चाहिए। शेष राशि बैंक से ऋण के रूप में ली जा सकती है। 40,000 रुपये की दर से प्रारंभिक पूंजी भी दी जाती है। इस योजना के तहत, उत्पादन, प्रसंस्करण प्रशिक्षण, और प्रदर्शन सेवाएं भी दी जाती हैं। इस योजना के तहत, सामुदायिक सेवाएं जैसे कि खाद्य परीक्षण, भंडारण सुविधाएं, उच्च कोटी की मशीनरी,प्रौद्योगिकियों, और उद्भवन सेवाओं तक पहुंच में वृद्धि की जाती है।