आज दिनांक 18 3 20 25 का कार्यक्रम है वह मधुमक्खी पालन से संबंधित है इस सेमिनार में आए हुए हमारे जिला परिषद उपाध्यक्ष कीसुन यादव कृषि निदेशक हजारीबाग उप निदेशक उद्यान का जिला कृषि पदाधिकारी हजारीबाग परियोजना निदेशक आत्मा सहायक निदेशक उद्यान राजकुमार एवं उपस्थिति एवं पंचायती पदाधिकारी साथ में संयुक्त रूप से दीप प्रचालित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया वहीं गौरिया कर्म से आये हुऎ वैज्ञानिक सबको मधुमक्खी पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा की मधुमक्खी का पालन कैसे किया जाए जिससे ग्रामीणओं एवशहर के लोगों को लाभ प्राप्त मिल सके और अपना जीवन का भरपुर सहयोग से आय का मात्र बढ़ा सकते वहीं जिला अपअध्याय यादव ने कहा की हमारे,झरखंड सरकर योजना है जो शहर से लेकर ग्रामीणओं के बीच ले जाकर जगरूकता करने की जरूरत है वैज्ञानिक वरिष्ठ वैज्ञानिक उद्यान मित्र एवं हजारीबाग के विभिन्न प्रखंडों से आए हुए सभी किसान भाइयों आप सभी का मैं इस दो दिवसीय मधुमक्खी पालन सेमिनार में हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं और इस कार्यक्रम के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में प्रकाश डालने का प्रयास कर रहा हूं

योजना एमपीएचएम अर्थात नेशनल बी कीपिंग एंड हनी मिशन एक सेंट्रल स्कीम है जो नेशनल कीबोर्ड भारत सरकार द्वारा संचालित है इस योजना का उद्देश्य लगभग सीमांत किसानों के बीच उनकी आय में बढ़ोतरी के लिए एवं कॉस्मिक एवं वातावरण को सुरक्षा प्रदान करने की दृष्टिकोण से इसको लागू किया जा रहा है और इसी उद्देश्य के साथ में इस सेमिनार का जो मुख्य उद्देश्य है वह मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन का उत्पादन को लोकप्रिय बनाना एवं उसके प्रति जागरूकता पैदा करना है इस योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024 25 में 25 महिलाओं वाले स्वयं सहायता समूह का निर्माण कर मधुमक्खी पालन के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण करना इसका एक प्रमुख उद्देश्य है इस योजना के तहत 25 महिलाओं को साथ दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करना साथ निवासी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और इस योजना के तहत वैज्ञानिक रूप से मधुमक्खी कैसे पालन किया जाए इस संबंध में जो किसान इसमें पार्टिसिपेट करेंगे उनको प्रोत्साहित किया जाएगा तो इसके संबंध में हम लोग तकनीकी सत्र में हमारे बीच में आईसीआई गोरिया करवा से जो वैज्ञानिक आए हुए हैं उनके माध्यम से हम लोग इस प्रभाव को समझने का प्रयास करेंगे डॉ पंकज कुमार डॉक्टर नीरज कुमार जिला पर्षद अध्यक्ष रेनू कुमारी राजेश कुमार जलेश्वर महतो दिगंबर मेहता एवं कई पीठासीन पदाधिकारी और सैकड़ो महिलाएं एवं पुरुष शामिल थे