धनबाद में अवैध कोयला खनन और चोरी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एसएसपी की सख्त चेतावनी और पुलिस प्रशासन की लगातार कार्रवाई के बावजूद कोयला चोरी पर लगाम नहीं लग पा रही है। ताजा मामला सुदामडीह थाना क्षेत्र का है, जहां एक जनप्रतिनिधि के करीबी सुभाष और पिंटू पर बड़े पैमाने पर कोयला चोरी करने का आरोप लगा है। गुप्त सूचना के आधार पर CISF और स्थानीय थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से बीसीसीएल के 6 नंबर खदान में छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में अवैध रूप से खनन किया गया कोयला जब्त किया गया। अधिकारियों के अनुसार, यह कोयला चोरी और अवैध भंडारण के लिए खदान से निकाला जा रहा था। छापेमारी की खबर फैलते ही अवैध कोयला कारोबारियों में हड़कंप मच गया। धनबाद में कोयला माफियाओं का जाल काफी मजबूत माना जाता है। प्रशासन की लगातार कोशिशों के बावजूद चोरी और अवैध खनन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे पहले भी कई बार पुलिस और CISF की टीमों ने छापेमारी कर भारी मात्रा में

अवैध कोयला जब्त किया है, लेकिन इसके बावजूद अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। इस घटना के बाद प्रशासन ने अवैध कोयला कारोबारियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में संलिप्त सभी आरोपियों की पहचान कर जल्द से जल्द उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, खदानों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने पर भी विचार किया जा रहा है। अवैध कोयला खनन और चोरी की घटनाओं से स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है। उनका कहना है कि प्रशासन को सख्ती से इस अवैध कारोबार पर लगाम लगानी चाहिए ताकि सरकारी खदानों का दोहन रोका जा सके और कोयला माफियाओं की मनमानी खत्म हो। धनबाद में कोयला चोरी और अवैध खनन की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, जो प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। हालांकि पुलिस और CISF लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन कोयला माफियाओं का नेटवर्क इतना मजबूत है कि वे हर बार नए तरीके से चोरी को अंजाम दे रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस अवैध कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है। प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से।