झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी पर आक्रोश, 24 मार्च को विधानसभा घेराव

झारखंड आंदोलनकारियों की अनदेखी पर आक्रोश, 24 मार्च को विधानसभा घेराव


आंदोलनकारियों को ठग रही है राज्य सरकार- मेहता. बजट में पेंशन के लिए पैसा ना देना आंदोलनकारियों का अपमान, 24 मार्च को होगा विधानसभा का घेराव- विदेशी ====================पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा, हजारीबाग इकाई द्वारा आज उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना दिया गया. धरना की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष प्रवीन मेहता एवं संचालन जिला महासचिव गणेश कुमार सीटू और उपाध्यक्ष नंदलाल साव ने किया. इस धरने को संबोधित करते हुए पुर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि झारखंड सरकार उन आंदोलनकारी को अनदेखा कर रही है जिनके आंदोलन के कारण आज वें प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हुए हैं. इन आंदोलनकारी के आंदोलन का परिणाम है झारखंड अलग राज और आज 25 वर्ष पूरा हो गया पर आज तक आंदोलनकारियों को चिन्हित नहीं किया जाना यह झारखंड के लिए दुर्भाग्य है. जिन लोगों ने झारखंड अलग राज्य के लिए खून पसीना बहाकर एक किया आज एक आंदोलनकारी का प्रमाण पत्र पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यह राज्य सरकार के लिए शर्म की बात है. मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष विदेशी महतो ने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद से आज तक लगभग 25 बार राज्य सरकार बजट पेश की है लेकिन एक भी बजट में झारखंड आंदोलनकारियों के लिए 1 रूपया का भी प्रावधान बजट में. नहीं किया गया है

जो शर्मनाक है वर्तमान मुख्यमंत्री जो झारखंड के हैं वह झारखंड आंदोलन आन्दोलन की उपज नहीं है इसलिए झारखंड आंदोलन के महत्व को यह समझ नहीं रहे है लेकिन उनके लिए यह अच्छा होगा कि जितना जल्दी हो वह झारखंड अलग राज्य के लिए चले संघर्ष के महत्व को समझें और आंदोलनकारियों के उचित मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए इनके मांगों को तत्काल पूरा किया जाए नहीं तो अलग राज्य की तरह एक बार फिर एक आंदोलन झारखंड में होगा जिसकी शुरुआत 24 मार्च 25 को विधानसभा घेराव से आरंभ हो रहा है. धरने को हजारीबाग के वरिष्ठ अधिवक्ता पुराने आंदोलनकारी अनिरुद्ध प्रसाद, महेंद्र ठाकुर, जय नारायण मेहता, अर्जुन कुमार मेहता, निसार अहमद,बालेश्वर प्रसात, गौतम प्रसाद, अजय साव, दुलारचंद प्रसाद, तपेश्वर राम भुईया, मथुरा महतो, प्रेमचंद गुप्ता, बद्री महतो, सुधीर यादव, लालधन महतो, रामेश्वर राम कुशवाहा, दशरथ राय, महेंद्र राम, भीम मेहता, राधे कुमार, बद्री महतो खलील अंसारी, ठाकुर राम महतो, बोकारो, ललित महतो बोकारो, कृष्ण कुमार मेहता हकीम अंसारी, दीपक कुमार, मेहता, अर्जुन राम, राजू कुमार वर्मा चतरा, संतान सोनी चतरा, महेश मांझी, नंदलाल प्रसाद मेहता, विजय साहू, जमालुद्दीन अंसारी सहित कई लोगों ने संबोधित किया अंत में पेंशन के लिए जेल जाने की बाध्यता समाप्त किया जाए आंदोलन कार्यों को सम्मानजनक पेंशन दिया जाए आंदोलन कार्यों के लिए कल्याण बॉर्डर कल्याण कोष का निर्माण किया जाए आंदोलनकारी को पहचान पत्र दिया जाए सहित 12 सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार को उपायुक्त, हजारीबाग के माध्यम से सोपा गया. केंद्रीय अध्यक्ष ने दशरथ राय को हजारीबाग का कार्यकारी अध्यक्ष एवं राजू लाल वर्मा को अध्यक्ष, संतान सोनी को सचिव, रामसेवक दांगी को उपाध्यक्ष चतरा मनोनीत किया. इस धरना में जिले के 16 प्रखंडों के कई लोगों ने भाग लिया.

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *