सिवनी जिला के धनौरा मुख्यालय में बैल बाजार से गौवंश को कत्लखाने ले जाया जाता है और गौकशी की जाती है। जिसके अनेकों प्रकरण धनौरा पुलिस ने पंजीबद्ध किया है। कोरोनाकाल से धनौरा की बैल बाजार लगना बंद थी, लेकिन पुनः बैल बाजार की नीलामी होने की जानकारी जैसे ही धनौरा के धार्मिक जागरूक और गणमान्य लोगों को मिली,वैसे ही बैल बाजार की नीलामी रुकवाने के लिए लोगों ने रैली निकाली और बैल बाजार की नीलामी रुकवाने के लिए ग्राम पंचायत पहुंचे और फिर धनौरा तहसीलदार श्री नितिन पटेल को ज्ञापन सौंपा। उपस्थित जनसमूह ने सार्वजनिक रूप से अपनी बात ग्राम पंचायत धनौरा के नवनिर्वाचित सरपंच दिनेश कौरेती और पंचायत बाडी के सामने कहा कि नीलामी नहीं होना चाहिए। धनौरा धर्मनगरी है। हम जिस गाय को माता कहते और मानते पूजा करते हैं वही गाय माता को बाजार से खरीद कर कसाई कत्लखानों तक जाते हैं काटने के लिए जिसे रोका जाना चाहिए। सभी ने एकजुट होकर एक स्वर में कहा कि बैल बाजार की न तो नीलामी होगी और न ही धनौरा में बैल बाजार लगेगी। अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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