उधम सिंह नगर के किच्छा कोतवाली अंतर्गत क्षेत्र में दबंगों द्वारा गरीब किसान की कृषि भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत किए जाने के बावजूद प्रशासन पर कार्यवाही ना किए जाने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार के सभी लोग किच्छा तहसील में भूख हड़ताल पर बैठ गए। पीड़ित परिवार ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। मूल रूप से उत्तराखंड यूपी के सीमावर्ती ग्राम निवासी ठाकुर दास अपनी बूढ़ी मां और परिवार के साथ किच्छा तहसील पहुंचा। पीड़ित किसान ठाकुरदास ने परिवार के साथ पोस्टर लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी। गरीब किसान ठाकुरदास ने बताया कि किच्छा कोतवाली अंतर्गत वीरू नगला में उनकी 40 बीघा पुश्तैनी जमीन है, जोकि खसरा खतौनी और दस्तावेजों में उनके नाम दर्ज है। आरोप लगाया कि कोरोना काल के दौरान सीमाएं सील होने के चलते वे लोग अपनी जमीन की देखभाल करने उत्तराखंड नहीं आ पाए । इसी दौरान दबंगों ने उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करते हुए खेती-बाड़ी शुरू कर दी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि दबंगों ने उन्हें अपने ही खेत में आने पर जान से मारने की धमकी दी है। किच्छा तहसील में भूख हड़ताल पर परिवार के साथ बैठे ठाकुरदास ने आरोप लगाया कि उसके द्वारा पिछले 1 वर्ष से लगातार प्रशासन को लिखित शिकायत देकर दबंगों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। गरीब किसान ठाकुरदास के साथ उनकी बूढ़ी माता कलावती देवी, पत्नी मीरा देवी, भाभी सावित्री देवी सहित उनके भाई कृष्ण कुमार, पुष्पेंद्र कुमार , नरेंद्र कुमार सहित तीन छोटे-छोटे बच्चे भी भूख हड़ताल पर बैठ गए। पीड़ित किसान के किच्छा तहसील में भूख हड़ताल पर बैठे जाने का मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।।
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