उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने गए जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत केंदा गांव बाउरी पाड़ा निवासी बिनोद रूईदास की भगदड़ में मौत होने के बाद शुक्रवार को मृतक की लाश लेकर उत्तरप्रदेश पुलिस पहुंची जिसके बाद राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया।विरोधी दल तृणमूल कांग्रेस,माकपा,कांग्रेस द्वारा उत्तरप्रदेश की योगी सरकार पर घटना को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा गया कि मृतक बिनोद रूईदास का पोस्टमार्टम नहीं कराने के पीछे मुआवजा की 25 लाख रुपया राशि नहीं देना है।
वही इसी बीच शनिवार को पूर्व विधायक वरिष्ठ भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी मृतक बिनोद रूईदास के केंदा बाउरी पाड़ा स्थित घर पहुंच परिजनों को ढांढस बांधते हुए उचित मुआवजा दिलाने का पूर्ण आश्वाशन दिया।इस दौरान भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी द्वारा मृतक की पत्नी शर्मीला रूईदास के साथ भाजपा के विधानसभा नेता प्रतिपक्ष सुबेंदु अधिकारी संघ मोबाइल फोन पर बात कराई।वही इस दौरान भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कहा कि टोटी चालक बिनोद रूईदास की मृत्यु काफी दुखद घटना है तथा इस दुख की घड़ी में पूरा भाजपा परिवार मृतक के परिजन के साथ हर तरीके से खड़ा है।उन्होंने विरोधी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति का पोस्टमार्टम तब किया जाता है जब उसकी मृत्यु के कारण का पता ना हो।वही सभी को पता है कि बिनोद रूईदास की मृत्यु कुंभ मेला में भगदड़ के दौरान कुचलकर हो गई।ऐसे में पोस्टमार्टम करने का कोई औचित्य नहीं बनता है।उन्होंने कहा कि भाजपा के उच्च नेतृत्व के निर्देश पर मृतक के परिजन से मिलने आए तथा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा घोषित 25 लाख रुपया मुआवजा राशि दिलाने तक पूरी तरह से साथ एवं सहयोग प्रदान करेंगे।