के जी बी भी के कर्मियों ने अपनी समस्या के समाधान के लिए लखीसराय के धरना स्थल पर एक दिवसीय धरना दिया। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय इम्प्लाइज यूनियन के आलोक में के जी बी भी के कर्मियों ने अपनी समस्या के समाधान के लिए लखीसराय के धरना स्थल पर एक दिवसीय धरना मंगलवार 8 नवंबर को दिया। इस दौरान इनलोगों ने कहा कि हम कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के कर्मी वर्षों से संविदा पर जिले के विभिन्न केजीबीभी में कार्यरत है। हमारी नियुक्ति बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा नियुक्ति की प्रक्रिया अपनाकर की गई है किंतु हमारे साथ लगातार भेदभाव एवं सौतेलापन जैसा व्यवहार किया जा रहा है ना तो हमें राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सुविधाओं को दी जाती है और ना ही बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के कर्मियों के समान। जबकि हम बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा ही नियुक्त कर्मी है। यहां तक कि भारत सरकार के प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड द्वारा निर्धारित मानदेय भी हमसब को नहीं दिया जा रहा है इस संबंध में हमारे यूनियन के प्रतिनिधियों ने अनेकों बार विभागीय अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा किंतु उनसे हमें आश्वासन ही मिलता रहा है, ऐसी स्थिति में बाध्य होकर के जी बी वी इंप्लाइज यूनियन के राज्य कर्मियों के आह्वाहन पर हम लोगों ने धरना प्रदर्शन के माध्यम से अपनी मांगों को मांगने का काम किया है। इनलोगो ने बताया की वार्डन को 15000, अंशकालिक शिक्षक को 13000, लेखापाल को पचासी सौ, आदेशपाल और नाइट गार्ड को 6500,रसोईया को 6000, व्यावसायिक अनुदेशकों को ₹400 प्रतिदिन अधिकतम 22 दिन तक का, दैनिक कर्मी को ₹4500 प्रति महीना दिया जाता है जो देखने और समझने योग्य है कि क्या इससे हमारा घर और हमारा पेट चल पाएगा। इस एक दिवसीय धरना में लखीसराय जिले के हरेक प्रखंड के के जी बी भी के महिला पुरुष कर्मी मौजूद थे।
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